5 मार्च 2025 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने PM Awas Yojana Gramin के तहत 3 लाख परिवारों को 1,200 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। ये पैसा पहली किस्त है—हर परिवार को 40,000 रुपये मिले हैं। और साथ ही, 4,509 लोगों को उनके नए घर की चाबी भी दी गई। ये सब सुनकर मुझे लगा कि इसे आपके साथ बांटना चाहिए, तो चलो शुरू करते हैं!
PM Awas Yojana क्या है और ये कैसे काम करती है?
दोस्तों, PM Awas Yojana एक ऐसी योजना है जो गरीब लोगों को अपना पक्का घर बनाने में मदद करती है। इसमें सरकार पैसा देती है ताकि लोग अपने लिए छत बना सकें। बिहार में अभी 3 लाख परिवारों को पहली किस्त मिली है, यानी 40,000 रुपये। ये पैसा सीधे उनके बैंक खाते में ऑनलाइन भेजा गया है।
- कैसे शुरू हुआ ये काम?
5 मार्च 2025 को नीतीश कुमार ने समस्तीपुर जिले में एक बड़ा कार्यक्रम किया। वहां 35,114 लोगों को पहली किस्त दी गई। ये पैसा ऑनलाइन उनके खाते में गया। साथ ही, 4,509 लोगों को नए घर की चाबी भी मिली। - कितना पैसा मिलेगा?
हर परिवार को कुल 1,20,000 रुपये मिलते हैं, लेकिन ये तीन हिस्सों में आता है। पहली किस्त 40,000 रुपये की है। बाकी दो किस्तें—80,000 रुपये—अगले 100 दिनों में मिलेंगी। - कितने घर बनाने का लक्ष्य है?
समस्तीपुर जिले में इस साल 44,477 घर बनाने का प्लान है। अभी तक 38,286 घरों को मंजूरी मिल चुकी है। ये बिहार के 38 जिलों में सबसे ज्यादा है।
मैंने सुना कि नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा, “ये योजना ठीक से लागू करो, ताकि लोगों को जल्दी फायदा मिले।” मुझे लगता है कि ये बहुत जरूरी है, क्योंकि गरीब लोग सालों से पक्के घर का इंतजार कर रहे हैं।
लोगों की जिंदगी में आया बदलाव
अब आपको कुछ असली कहानियां सुनाता हूं, जो मुझे बहुत पसंद आईं।
- कुमारी अंजू की कहानी
कुमारी अंजू ने बताया कि उनके पति ठेला चलाते हैं। पहले उनके पास घर नहीं था। PM Awas Yojana से उन्हें पैसा मिला, और अब उनका घर बन गया। उन्हें चाबी भी मिल गई। वो कहती हैं, “अब हमें बारिश की चिंता नहीं।” मुझे उनकी खुशी देखकर बहुत अच्छा लगा। - विभा देवी का अनुभव
विभा देवी के पति मजदूरी करते हैं। उनके पास घर बनाने के लिए पैसे नहीं थे। लेकिन इस योजना से उन्हें छत मिली। वो बोलीं, “अब हमारा पूरा परिवार साथ रहेगा।” उनकी बात सुनकर मुझे अपने गांव की याद आ गई, जहां लोग ऐसे ही सपने देखते हैं।
मैंने खुद सोचा कि अगर मेरे परिवार को ऐसा मौका मिलता, तो हमारी जिंदगी कितनी आसान हो जाती। ये योजना सच में लोगों के लिए बहुत बड़ी मदद है।
मेरी राय और कुछ खास बातें

मुझे लगता है कि PM Awas Yojana सिर्फ घर नहीं दे रही, बल्कि लोगों को सम्मान और सुरक्षा भी दे रही है। लेकिन एक बात जो मैंने नोटिस की—कभी-कभी पैसा समय पर नहीं पहुंचता। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।
- क्या अच्छा है?
गरीबों को घर मिल रहा है, वो भी कम पैसे में। ये उनके बच्चों के लिए भी बेहतर भविष्य बनाता है। - क्या सुधार हो सकता है?
गांवों में कई लोग अभी भी इस योजना के बारे में नहीं जानते। सरकार को इसे ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहिए।
मैंने अपने दोस्त से पूछा, “तुम्हें क्या लगता है?” उसने कहा, “ये योजना बहुत अच्छी है, लेकिन गांव में बिजली-पानी की भी जरूरत है।” उसकी बात से मैं सहमत हूं। घर बनाना तो पहला कदम है, लेकिन जिंदगी आसान बनाने के लिए और भी बहुत कुछ चाहिए।
एक नजर में जानकारी
विवरण | जानकारी |
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योजना का नाम | PM Awas Yojana Gramin |
पहली किस्त | 40,000 रुपये |
कुल पैसा | 1,20,000 रुपये |
लाभार्थी (बिहार) | 3 लाख परिवार |
घर की चाबी | 4,509 लोगों को |
लक्ष्य (समस्तीपुर) | 44,477 घर |
आप भी कुछ कहें!
दोस्तों, ये थी PM Awas Yojana की कहानी। मुझे ये जानकर बहुत खुशी हुई कि बिहार में लोग अपने घर बना रहे हैं। आपको क्या लगता है? नीचे कमेंट में बताओ। अगर आपके गांव में भी ऐसा कुछ हो रहा हो, तो अपनी कहानी शेयर करो। मुझे आपकी बात सुनने का इंतजार रहेगा!